पीएम मोदी पर टिप्पणी से मालदीव में नहीं थम रहा सियासी घमासान, अब हुई ये तैयारी
सत्य खबर, नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले मालदीव के तीन नेताओं की नौकरी भले ही चल गई हो, लेकिन सियासी भूचाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, अब मालदीव के राष्ट्रपति को हटाने की तैयारी शुरू हो गई है। मालदीव में संसदीय अल्पसंख्यक नेता अली अजीम ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के बाद मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्तावन जैसा कदम उठाने का आह्वान किया गया है।
राष्ट्रपति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी अली अजीम ने एक ट्वीट करते हुए कहा है, कि हम डेमोक्रेट, देश की विदेश नीति में स्थिरता बनाए रखने के लिए किसी भी पड़ोसी देश को अलग-थलग होने से रोकने के लिए समर्पित हैं। क्या आप राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को सत्ता से हटाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को तैयार हैं?
इसके अलावा, अली अजीम ने अपनी पार्टी के नेताओं से पूछा है, कि क्या वो राष्ट्रपति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए तैयार हैं? मालदीव के कई मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणियां पोस्ट करने के बाद विवाद पैदा हो गया है।
हालांकि, मालदीव के विपक्षी नेता लगातार अपनी सरकार की आलोचना कर रहे हैं और कई पूर्व राष्ट्रपतियों ने मोहम्मद मुइज्जू की एंटी-इंडिया स्टैंड की घोर निंदा की है। हालांकि, रविवार को मालदीव सरकार ने पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने पर तीन उपमंत्रियों को निलंबित कर दिया, लेकिन ये गुस्सा अभी भी थमा नहीं है। मालदीव की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, युवा मंत्रालय में उप मंत्री मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद को निलंबित कर दिया गया गया है। लेकिन, अब राष्ट्रपति के खिलाफ अविश्वस प्रस्ताव लाने की तैयारी की जा रही है।
सोमवार को, भारत में मालदीव के दूत को विदेश मंत्रालय में बुलाया था और मंत्रियों की टिप्पणियों पर कड़ी चिंता व्यक्त की गई थी। मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों की भारत में आलोचना हुई है, कई मशहूर हस्तियों ने एक्स पर लोगों से मालदीव जाने के बजाय घरेलू पर्यटन स्थलों का पता लगाने का आग्रह किया है। सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट भी किए गए जिनमें दावा किया गया कि विवाद के मद्देनजर कुछ भारतीय मालदीव की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर रहे हैं।
पूर्व मंत्रियों ने सरकार को कराई रिएलिटी चेक वहीं, मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया दीदी, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान भारत के साथ कई डिफेंस एग्रीमेंट्स किए, उन्होंने अपने ही देश की सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, कि भारत हमेशा से मालदीव के साथ हर परिस्थिति में खड़ा रहा। भारत की मदद से मालदीव ने कई अभियानों में सफलता पाई है। मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री मारिया दीदी ने कहा कि मालदीव में कभी भी भारतीय सैनिकों नहीं रहे हैं। दीदी ने कहा कि मालदीव के साथ भारत का लंबा रिश्ता रहा है और मालदीव की ये परंपरा रही है, हम सदियों पुरानी परंपरा को कायम न रखने की कोशिश कर सकते हैं।
पीएम मोदी पर टिप्पणी को लेकर मालदीव की पूर्व रक्षा मंत्री ने पीएम पर टिप्पणी को लेकर अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि मौजूदा मालदीव सरकार की अदूरदर्शी सोच को दर्शाती है। मालदीव के पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने एक ट्वीट करते हुए मालवीद की महिला मंत्री के प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ दिए गये बयान की निंदा की है। अब्दुल्ला शाहिद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक टिप्पणी करते हुए लिखा है, कि “मालदीव सरकार के 2 उपमंत्रियों और सत्तारूढ़ गठबंधन में एक राजनीतिक दल के एक सदस्य द्वारा प्रधान मंत्री मोदी और भारत के लोगों के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की गई, मैं सरकार से इन अधिकारियों को फटकार लगाने का आह्वान करता हूं।”